Section 321 BNS |Bharatiya Nyaya Sanhita 2023 बीएनएस धारा 321 क्या है ?

Section 321 ( BNS) Bharatiya Nyaya Sanhita 2023 Definition & Punishment

Section 321 BNS 2023

Section 321 BNS 2023 is Dishonestly or fraudulently preventing debt being available for creditors. According to bns section 321 if Any person who by fraud or dishonestly prevents a debt or claim against himself or another from being available by law for the payment of the debt of himself or another, shall be liable to imprisonment of either description in respect of the following offences: Shall be punished with imprisonment of either description for a term which may extend to two years, or with fine, or with both.

भारतीय न्याय संहिता 2023 (बीएनएस) धारा 321 क्या है व बीएनएस धारा 321 के अपराध पर सजा क्या है ?

Section 321 BNS 2023 के अनुसार कोई भी व्यक्ति जो धोखाधड़ी या बेईमानी से अपने या किसी अन्य के खिलाफ ऋण या दावे को कानून द्वारा अपने या किसी अन्य के ऋण के भुगतान के लिए उपलब्ध होने से रोकता है, निम्नलिखित अपराधों के संबंध में किसी भी प्रकार के कारावास के अधीन दंडित किया जाएगा व कारावास को दो साल तक बढ़ाया जा सकता है, जुर्माना या दोनों।

यह भी जानेंः- भारतीय न्याय संहिता 2023 धारा 318 क्या है व बीएनएस धारा 318 के अपराध पर सजा क्या है?

Note:- BNS 2023 Section 321 “Dishonestly or fraudulently preventing debt being available for creditors” was earlier IPC Section 422.

2 thoughts on “Section 321 BNS |Bharatiya Nyaya Sanhita 2023 बीएनएस धारा 321 क्या है ?”

Leave a Comment