Section 250 (BNS) Bharatiya Nyaya Sanhita 2023 Definition & Punishment
Section 250 BNS 2023 is Taking gift to help to recover stolen property, etc. According to bns section 250 if any person who accepts or agrees to accept any satisfaction on the pretext of, or for the purpose of assisting in the recovery of, any movable property taken by reason of an offense punishable under this Samhita, shall not accept any satisfaction whatsoever. It shall do so unless it is used. The power to arrest and convict offenders shall be punishable by any imprisonment for a term not exceeding two years, by fine, or by both.
भारतीय न्याय संहिता 2023 (बीएनएस) धारा 250 क्या है व बीएनएस धारा 250 के अपराध पर सजा क्या है?
Section 250 BNS 2023 के अनुसार कोई भी व्यक्ति जो इस संहिता के तहत दंडनीय अपराध के कारण ली गई किसी चल संपत्ति के बहाने या उसकी वसूली में सहायता के उद्देश्य से किसी भी संतुष्टि को स्वीकार करता है या स्वीकार करने के लिए सहमत होता है, वह किसी भी तरह की संतुष्टि स्वीकार नहीं करेगा। यह तब तक ऐसा करेगा जब तक इसका उपयोग न किया जाए। अपराधियों को गिरफ्तार करने और दोषी ठहराने की शक्ति के तहत दो साल से अधिक की अवधि के लिए कारावास, जुर्माना या दोनों से दंडनीय होगा।
यह भी जानेंः- भारतीय न्याय संहिता 2023 धारा 245 क्या है व बीएनएस धारा 245 के अपराध पर सजा क्या है?
Note:- BNS 2023 Section 250 “Taking gift to help to recover stolen property, etc” was earlier IPC Section 215.