Section 212 BNS |Bharatiya Nyaya Sanhita 2023 बीएनएस धारा 212 क्या है ?

Section 212 (BNS) Bharatiya Nyaya Sanhita 2023 Definition & Punishment

Section 212 BNS 2023

Section 212 BNS 2023 is Refusing to answer public servant authorised to question. According to bns section 212 if any person, who is required by law to tell the truth on any matter to a public officer, refuses to answer questions asked by a public officer in the exercise of his legal authority with respect to that matter, he shall be punished with imprisonment of either description for life. Simple imprisonment will be given. It shall be punishable with imprisonment not exceeding six months or with fine not exceeding Rs 5,000 or with both.

भारतीय न्याय संहिता 2023 धारा 212 क्या है व बीएनएस धारा 212 के अपराध पर सजा क्या है ?

Section 212 BNS 2023 के अनुसार यदि कोई व्यक्ति, जिसके लिए कानून द्वारा किसी सार्वजनिक अधिकारी को किसी विषय पर सच बताना आवश्यक है, उस विषय के संबंध में अपने कानूनी अधिकार के प्रयोग में सार्वजनिक अधिकारी द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देने से इनकार करता है, तो उसे आजीवन साधारण कारावास की सजा दी जाएगी। यह छह महीने से अधिक की सजा या 5,000 रुपये से अधिक का जुर्माना या दोनों से दंडित किया जाएगा।

Note:- BNS 2023 Section 212  “Refusing to answer public servant authorised to question” was earlier IPC Section 179.

यह भी जानेंः- भारतीय न्याय संहिता 2023 धारा 211 क्या है व धारा 211 के अपराध पर सजा क्या है ?

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