Section 201 (BNS) Bharatiya Nyaya Sanhita 2023 Definition & Punishment
Section 201 BNS 2023 is Public servant unlawfully buying or bidding for property. According to BNS section 201 A person who, as a public official, is legally obligated not to acquire or bid for certain real property in his own name, in the name of another person, or jointly with others, partially acquires or bids with another person. , punishable by simple imprisonment. Penalties include imprisonment for up to two years, a fine, or both. And if the property is acquired, it will be confiscated.
भारतीय न्याय संहिता 2023 (बीएनएस) धारा 201 क्या है व धारा 201 के अपराध पर सजा क्या है ?
Section 201 BNS 2023 के अनुसार एक व्यक्ति, जो एक सार्वजनिक अधिकारी के रूप में, अपने नाम पर, किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर, या दूसरों के साथ संयुक्त रूप से कुछ वास्तविक संपत्ति का अधिग्रहण या बोली नहीं लगाने के लिए कानूनी रूप से बाध्य है, किसी अन्य व्यक्ति के साथ आंशिक रूप से अधिग्रहण या बोली लगाता है। , साधारण कारावास से दंडनीय। दंड में दो साल तक की कैद, जुर्माना या दोनों शामिल हैं। और अगर संपत्ति अर्जित की गई तो उसे जब्त कर लिया जाएगा.
Note:- IPC Section 169 “Public servant unlawfully buying or bidding for property” is replace by Section 201 BNS 2023.
यह भी जानेंः- भारतीय न्याय संहिता 2023 धारा 200 क्या है व धारा 200 के अपराध पर सजा क्या है ?
1 thought on “Section 201 BNS |Bharatiya Nyaya Sanhita 2023 धारा 201 क्या है ?”